Disclaimer: This is a user generated content submitted by a member of the WriteUpCafe Community. The views and writings here reflect that of the author and not of WriteUpCafe. If you have any complaints regarding this post kindly report it to us.

कारोबार चाहे बड़ा हो या छोटा हो, उसे चलाने के लिए धन की जरुरत पड़ती ही है। कई बार ऐसा भी होता है कि कारोबारी का पैसा मार्केट में फंस जाता है या पार्टी से पेमेंट मिलने में देरी हो जाती है। ऐसी स्थिती में कारोबारी बिजनेस लोन लेकर बिजनेस का संचालन करते है। कई बार कारोबारी बिजनेस लोन लेकर अपने बिजनेस का विस्तार भी करते है। कारोबार के लिए यह बेहतर भी है।  

हालांकि बिजनेस एक फाइनेंशियल प्रोड्कट होने के चलते बिजनेस लोन लेने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है। अन्यथा बिजनेस लोन की भरपाई करने में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। आइये आपको इस लेख में बताते हैं कि बिजनेस लोन लेते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

बिजनेस लोन की शर्ते साफ होना चाहिए

लोन चाहे पर्सनल हो या बिजनेस लोन हो। लोन की शर्तो को अच्छी तरह से पढ़ना बेहद जरुरी है। लोन लेने के बाद सबसे अधिक समस्या लोन की शर्तों को लेकर ही आती है। क्योंकि शर्तों को अधिकतर लोग ध्यान से पढ़ते ही नहीं हैं।  

कई बार ऐसा होता है कि लोन देने वाली संस्था कुछ छुपी शर्तों को रख देते है। ग्राहक लोन एग्रीमेंट पर साइन करके लोन तो ले लेता है लेकिन बाद मे जब छुपी शर्तों के बारें में पता चलता है तो कई तरह की दिक्कत होना शुरु हो जाती है। इसलिए लोन लेने से पहले लोन की शर्तों को ध्यान से पढ़ लेना चाहिए, तभी लोन एग्रीमेंट पर साइन करना चाहिए।

बिजनेस लोन पर अधिक ब्याज दर न हो

जैसा कि पहले ही बताया गया है कि लोन एक फाइनेंशियल प्रोड्कट होता है। इसलिए इसपर ब्याज लागू होती है। लोन पर जितना अधिक ब्याज लागू होता है ग्राहक को उतना ही अधिक रकम वापस करना पड़ता है। मतलब यहां यह साफ है कि अगर लोन पर अधिक ब्याज दर लागू होगा तो लोन की ईएमआई और लोन का टेन्योर (कार्यकाल) बढ़ जायेगा। इसका सीधा असर कारोबारी के इनकम पर पड़ेगा। इसलिए लोन लेने से पहले बिजनेस लोन पर लागू होने वाली ब्याज दर पर ध्यान देना बहुत जरुरी है।

बहुत अधिक कागजातों की मांग नहीं होना चाहिए

कई बैंक और एनबीएफसी बिजनेस लोन देने के लिए बहुत अधिक कागजातों की मांग करते हैं। कारोबारी अपने बिजनेस का काम छोड़ कर बिजनेस लोन के लिए कागजातों को इकठ्ठा करने के लिए दौड़-भाग करते है। इससे कारोबारी के बिजनेस का मुनाफा प्रभावित होता है। यह बिजनेस की सेहत के लिए ठीक नहीं है। इस समस्या से बचने के लिए कारोबारी को ऐसे बैंक या एनबीएफसी से बिजनेस लोन का चुनाव करना चाहिए जहां बिजनेस लोन न्यूनत्तम कागजातों पर मिलता हो। इससे कारोबारी का समय बचेगा और लोन भी मंजूर हो जायेगा।

बिजनेस की जरुरत के मुताबिक ही लोन लेना चाहिए

कई बार कारोबारी बिजनेस लोन अधिक अमाउंट का बिजनेस लोन ले लेते है। जबकि उनके बिजनेस को उतने अधिक रकम की जरुरत होती नहीं होती है। इस तरह कारोबारी के ऊपर बिना किसी वजह के आर्थिक बोझ बढ़ जाता है। इसलिए बिजनेस लोन उतना ही लाना चाहिए जितना जरुरत हो।

Login

Welcome to WriteUpCafe Community

Join our community to engage with fellow bloggers and increase the visibility of your blog.
Join WriteUpCafe