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योग मन और शरीर की एकता का प्रतीक है। मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है योग। इसके साथ ही स्वास्थ्य के लिए एक समग्र दृष्टिकोण और कल्याण है योग। यानि योग जीवन शैली को बदलकर और नयी चेतना पैदा करके भलाई में मदद कर सकता है। अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस International Yoga Day 21 जून 2015 को पूरे विश्‍व में पहली बार मनाया गया था, जिसमें 35,985 लोगों और 84 देशों के प्रतिनिधियों ने दिल्‍ली के राजपथ पर योग के 21 आसन किए थे। तब से ही इस दिन को पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। शरीर की कई बीमारियों को ठीक करने के लिए, स्वस्थ और फिट रहने के लिए योग करना अत्यंत आवश्यक है। योग ध्यान करना सिखाता है और आपके शरीर और मन को एकाग्र करता है। साथ ही योग तन और मन को स्वस्थ रखने में मदद करता है। योग शरीर को मजबूत और लचीला बनाते हैं और शरीर में नयी ऊर्जा उत्पन्न होती है जो मन को स्थिर और शांत रखती है।

आज योग को हर किसी ने अपने दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बना दिया है। लोगों के दिन की शुरुआत योग से ही शुरू होती है और हो भी क्यों न इसके फायदे हैं ही अनगिनत। आज योग का काफी बड़े स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। योग एक प्रवृत्ति है जो वर्षों से फल-फूल रही है, यहाँ तक कि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बनाए रखने में एक पथ प्रदर्शक बन गया है। योग की प्रत्ये्क गतिविधि लचीलेपन, शक्ति, संतुलन में सुधार और सद्भाव प्राप्त करने की कुंजी है। कोई भी आज योग के प्रभाव से अछूता नहीं है। योग की 5000 साल पुरानी गाथा ने स्वास्थ्य विज्ञान Health-science को मजबूत किया है। इसे जीवित और प्रगतिशील बनाए रखने के लिए हमारे योग गुरुओं Yoga Gurus ने असंख्य प्रयास किए हैं। योग की शक्ति Power of Yoga को हर किसी ने पहचान लिया है। योग को अपनाने और प्रतिदिन योगाभ्यास करने और आनंद देने में मदद करने के लिए योग पोर्टल Yoga Portal एक मंच बन गया है। योग संसाधनों, सामान्य योग (प्रोटोकॉल) प्रशिक्षण वीडियों और नवीनतम योग कार्यक्रमों में भाग लेने और उनकी खोज करने के लिए एक आदर्श प्रवेश द्वार है। योग गुरुओं ने लोगों के बीच योग Yoga को लोकप्रिय बनाया है और इसकी जादुई शक्ति को सीमाओं से परे प्रसारित किया है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस International Yoga Day को मनाने का मकसद लोगों को इसके बारे में शिक्षित करना और इस बारे में लोगों को जागरूक करना है। चलिए आज इस आर्टिकल में इंटरनेशनल योगा डे International Yoga Day के बारे में विस्तार से जानते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस International Yoga Day की शुरुआत कब हुई?

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस International Yoga Day जिस नाम से आज हर कोई वाकिफ है। दरअसल 27 सितंबर 2014 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा UN General Assembly में अपने भाषण के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi ने ‘योग दिवस' के अवसर के लिए अपना सुझाव रखा था। भारत द्वारा प्रस्तावित मसौदा प्रस्ताव को तब रिकॉर्ड 177 सदस्य देशों ने समर्थन दिया था। उसके बाद 21 जून 2015 को दुनिया भर में पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था।

क्यों मनाया जाता है 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (Yoga Divas)?

आज योग पूरे विश्व में फ़ैल चुका है। इसका कारण यह है कि योग ने लोगों को मानसिक और शारीरि‍क रूप से स्वस्थ रहना सिखाया है। आज इस योग की वजह से कई लोग अपना जीवन दोबारा से जी पा रहे हैं। यानि आज के इस समय में योग हम सबके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। योग सिर्फ व्यायाम के बारे में नहीं है, बल्कि अपने आप को, दुनिया और प्रकृति के साथ एकता की भावना की खोज के लिए है। दरअसल भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है और कहते हैं कि सूर्य दक्षिणायन का जो समय होता है वह आध्यात्मिक सिद्धियां spiritual accomplishments

प्राप्त करने के लिए अच्छा समय होता है। यही कारण है कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। साथ ही 21 जून, जिसे ग्रीष्म संक्रांति Summer Solstice

भी कहा जाता है, वर्ष का सबसे लंबा दिन longest day of the year भी होता है। इसकी वजह यह है कि इस दिन उत्तरी गोलार्ध पर सूरज की सबसे ज्यादा रोशनी पड़ती है और इस दिन सूरज जल्दी निकलता है और देरी से ढलता है। माना जाता है कि इस दिन सूरज से मिलने वाली ऊर्जा सबसे ज्यादा प्रभावी होती है जो प्रकृति की सकारात्मक ऊर्जा positive energy को बढ़ावा देती है। पीएम मोदी ने United Nations General Assembly UNGA में अपने भाषण के दौरान कहा भी कि “योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है”।

योग क्या है ?

योग एक कला के साथ-साथ एक विज्ञान भी है। योग शरीर और मन को नियंत्रित करता है। योग से आत्मविश्वासबढ़ता है और गहन ध्यान संभव है। यानि “योग” पूर्ण विज्ञान के समान है जो शरीर, मन, आत्मा और ब्रह्मांड को एकजुट बनाता है। दरअसल योग संस्कृत भाषा के ‘युज धातु’ से निकला है जिसका अर्थ होता है आत्मा का परमात्मा से मिलन। योग में वास्तव में बहुत शक्ति होती है । योग मुख्य रूप से एक आध्यात्मिक अनुशासन spiritual discipline है। योग ने शारीरिक व्यायाम Physical exercise के रूप में अपना एक अलग स्थान बनाया है। योग अभ्यास और प्राणायाम Exercises and Pranayama के द्वारा शरीर में ऊर्जा का प्रसार dissemination of energy in the body करता है। योग हमें यह सिखाता है कि कैसे हम सांस-नियंत्रण के द्वारा मन और इंद्रियों को नियंत्रित control the mind and senses कर सकते हैं। योग मन और शरीर के बेहतर नियंत्रण और कल्याण को बढ़ाता है। योग न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक सेहत mental health के लिए भी अच्छा होता है। हांलाकि, योग करते समय योगाभ्यास से जुड़े नियमों का पालन करना जरूरी है।

योग का इतिहास History of Yoga

“योग” शरीर, मन, आत्मा और ब्रह्मांड को एकजुट बनाता है। योग का इतिहास बहुत पुराना है और यह लगभग 5000 साल पुराना है। आज के समय में योग ने शारीरिक व्यायाम के एक रूप के रूप में अपनी एक अलग जगह बना दी है। योग को प्राचीन भारतीय दर्शन में मन और शरीर के अभ्यास के रूप में As a mind and body exercise जाना जाता है। योग अपनी मुद्राओं और आसनों Postures के लिए काफी प्रसिद्ध है। माना जाता है कि योग का प्रारम्भ हमारे देश भारत India में हुआ था। योग की विभिन्न शैलियाँ शारीरिक मुद्राएँ, साँस लेने की तकनीक और ध्यान या विश्राम को जोड़ती हैं। भारतीय ऋषि पतंजलि Rishi Patanjali द्वारा योग दर्शन पर लिखे गए 2,000 वर्ष पुराने “योग सूत्र” Yoga Sutras को मन और भावनाओं को नियंत्रित करने की एक कुंजी मानी जाती है। योग सूत्र, योग का सबसे पहला लिखित रिकॉर्ड Earliest written record of yoga है। आज योग पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो चुका है। योगाभ्यास yoga practice में कई अलग-अलग प्रकार के योग और कई अनुशासन सम्मिलित हैं। योग के द्वारा श्वसन विधियों और मानसिक ध्यान Respiratory Methods and Mental Meditation का उपयोग करके आध्यात्मिक ऊर्जा का विस्तार करना है। पहले हृदय और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए योग का विकास किया गया था। धीरे-धीरे कई बीमारियों का जैसे मधुमेह और उच्च रक्तचाप diabetes and high blood pressure जैसी कई बीमारियों का इलाज भी योग के द्वारा किया जाने लगा। इसके अलावा शारीरिक चोट और दर्द आदि में भी योग की मदद ली जाने लगी। फिर धीरे-धीरे योग भारत से बाहर अन्य देशों में भी बहुत तेजी से लोकप्रिय हो गया।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम

हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की एक थीम रखी जाती है। उसी तर्ज पर इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम (International Yoga Day 2022 Theme) ‘मानवता के लिए योग' (Yoga for Humanity) ‘योगा फॉर ह्यूमैनिटी' रखी गई है। दरअसल इस थीम को कोरोना महामारी (COVID-19) के दौरान योग द्वारा निभाई गई भूमिका को दर्शाने के लिए चुना गया है। इस थीम पर ही दुनियाभर में योग दिवस मनाया जाएगा। क्योंकि भारत को योग गुरु कहा जाता है इसलिए आयुष मंत्रालय (Ministry of Ayush) ने 21 जून को पूरी दुनिया में आयोजित होने वाले योग दिवस के लिए ये खास थीम चुनी है। योग से जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और प्रतिदिन योग करने से शारीरिक और मानसिक बीमारियां दूर रहती है।

Tags:

international yoga day 2022, national yoga day, yoga divas

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