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Mutual Funds एक ऐसी स्कीम है जो आपको हर जगह अपने विज्ञापनों द्वारा दो बातें बताती दिखती है, एक यह कि यह आपके सपनों को पूरा करने में आपकी सहायता करेगा और दूसरा कि यह स्कीम बाजार जोखिमों के अधीन है।  पिछले कुछ समय से इसकी कम दरों के चलते इसकी लोकप्रियता कम हो रही है।  महंगाई से तुलना करने पर रिटर्न के माइनस में चले जाने की आशंका रहती है। म्यूचुअल फंड में कई निवेशकों का पैसा एक जगह जमा किया जाता है और इस फंड में से फिर बाज़ार में निवेश किया जाता है।

Mutual Funds एक ऐसी स्कीम है जो आपको हर जगह अपने विज्ञापनों द्वारा दो बातें बताती दिखती है, एक यह कि यह आपके सपनों को पूरा करने में आपकी सहायता करेगा और दूसरा कि यह स्कीम बाजार जोखिमों के अधीन है।  पिछले कुछ समय से इसकी कम दरों के चलते इसकी लोकप्रियता कम हो रही है। अगर  महंगाई से तुलना करें तो रिटर्न के और माइनस  में जाने की आशंका रहती है तो  ऐसे में निवेशक अपने लक्ष्य और जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर SIP एसईपी के जरिये  म्यूचुअल फंड में निवेश की तरफ अब आकर्षित हो रहे हैं। 

क्या है म्यूचुअल फंड About Mutual Funds –

म्यूचुअल फंड में कई सारे  निवेशकों का पैसा एक जगह जमा किया जाता है और इसके बाद  फंड में से फिर बाज़ार में निवेश किया जाता है। म्यूचुअल फंड को एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMC) द्वारा संयोजित manage  किया जाता है। यह काम इतनी योजना और तत्परता के साथ किया जाता है कि सभी निवेशकों की योजनाएं कार्यान्वित हो सकें। 

दरअसल, बहुत सारे निवेशकों की धनराशि जमा होने पर ही म्यूच्यूअल फंड की सृष्टि होती है। इस फंड के प्रबंधन के लिए दान प्रबंधक fund managers  नियुक्त होते है। छोटे निवेशों  के कारण अगर आप अपने लिये बड़ी निधि huge asset बनाना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड में निवेश से बेहतर विकल्प हो नहीं सकता. कोरोना वायरस के नए  वैरिएंट्स variients के चलते शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।  बाजार कहां तक गिरेगा या कहां तक उठेगा इसकी  कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकता है सभी केवल अनुमान लगा सकते हैं, लेकिन आर्थिक जगत के विशेषज्ञों का मानना है भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ेगी तो ज़ाहिर है शेयर बाजार आने वाले वक्त में नई ऊंचाईयों को छू सकता है। 

यह भी अच्छी बात है कि आजकल हर महीने मात्र 1000, 500 की राशि से भी म्यूचुअल फंडस शुरू हो सकता है। आप केवल यह सोचकर देखिये कि यदि आपकी राशि माह में केवल 5000 भी है तो भी हर महीने 1000 भी लगाकर यदि आपने किसी अच्छे काम में निवेश कर दिया तो आपको लाभ भी होगा और जैसे -जैसे बाजार ऊपर जाएगा आपका शेयर भी आपको लाभ देगा। बस इसके लिये आपको अच्छी तरह सोच-समझकर ही किसी म्यूचुअल फंडस में निवेश करना होगा ताकि कम नुकसान हो। 

म्यूचुअल फंड्स का चुनाव –

आपको पहले यह सोचना  होगा कि  आप किस प्रकार के फण्ड में निवेश करना चाहते हैं। व्यापक रूप से, equity fund इक्विटी फंड तभी चुने जाने चाहिये जब आप अधिक जोखिम  उठाने को तैयार हों और समय सीमा 5 वर्ष से अधिक हो। अगर आप थोड़ा यानी लगभग मध्यम जोखिम उठा सकते हैं, तो आप hybrid fund हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकते हैं। कम जोखिम लेना चाहते हैं, तो आपको date fund डेट फंड में निवेश करना चाहिए। ध्यान दें, सभी म्यूचुअल फंड में यानी हाइब्रिड,डेट सभी में कुछ न कुछ जोखिम तो होता ही है। 

आप किस प्रकार के फण्ड में निवेश करना चाहते हैं, यह आपको सोचना है और इसके बाद आप उसमें से  एक फण्ड चुन सकते हैं। यह फण्ड चुनने के लिए एक समयसीमा में उसका प्रदर्शन देख, उसकी तुलना करके  फंड चुन सकते हैं। 

Tags: Mutual Funds, Types Of Mutual Funds, Invest In Mutual Funds, Best Mutual Funds In India

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