गुड़हल के फूल (gudhal ka phool) को आयुर्वेदिक में बहुत तरह की औषधि में इस्तेमाल किया जाता हैं. इस फूल का आकार घंटाकार होता है. गुड़हल का फूल कई रंगों का हो सकता है जैसे - इकहरा, दोहरा, तिहरा, लाल, सफेद या सफेद लाल, बैंगनी, पीला, नारंगी इत्यादि। सफेद और सफेद तथा लाल रंग वाला गुड़हल फूल बहुत ही गुणकारी माना जाता है. इस फूल में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं जिस वजह से यह कई प्रकार की बिमारियों को ठीक करने में इस्तेमाल किया जा सकता हैं. आइये जानते हैं गुड़हल फूल के फायदे (gudhal ka phool) :
ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने में गुड़हल का फूल (gudhal ka phool) बहुत ही फायदेमंद होता हैं. आज के समय में हाई ब्लूडप्रेशर से हर तीसरा इंसान जूझ रहा है. जो व्यक्ति उच्च रक्तचाप से परेशान है उन्हें गुड़हल के फूल को अपने घर में ज़रूर लगाना चाहिए. इस फूल (gudhal ka phool) में ऐसे गुण होते हैं जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मददगार साबित होते हैं.बालों को बढ़ाने में गुड़हल का फूल (gudhal ka phool) बहुत ही फायदेमंद साबित होता हैं. आप गुड़हल के फूलों का रस निकालें अब इसमें थोड़ी मात्रा में जैतून का तेल मिला लें इसके बाद आप इसको थोड़ी देर के लिए आग में पका लें. अब आप इस तेल को किसी बोतल में रख सकते हैं. इस तेल से आप अपने बालों में मालिश करें इससे आपके बालों में चमक आएगी और बाल लम्बे भी हो जाएंगे.याददाश्त तेज करने के लिए भी गुड़हल का इस्तेमाल किया जाता है. इसके लिए आपको गुड़हल के फूल (gudhal ka phool) और पत्तों को सुखाना है अब इनकों पीस लें और पाउडर बना लें. अब आप इस पाउडर को किसी बर्तन में रख सकते हैं. अब आप इस मिश्रण का सेवन सुबह शाम दूध के साथ किया करें. इसके सेवन से स्मरण शक्ति बढ़ती हैं.गुड़हल के फूल का उपयोग सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए भी किया जा सकता हैं. आप गुड़हल के फूल (gudhal ka phool) की पंखुड़ियां लें अब इसको आप निम्बू के रस में रात भर तक भिगो कर रखे. सुबह उठे ही आप इस मिश्रण को छान लें अब आप इसमें थोड़ी सी मिश्री मिला लें. जब यह मिश्री पूरी तरह इसमें घुल जाए तब आप इस शराब का सेवन कर सकते हैं. दिन में 15 से 40 मिली का सेवन करने से सिरदर्द से छुटकारा मिल जाता हैं.Gudhal ka phool
